
महर्षि दयानन्द
अमर हुतात्मा स्वामी श्रद्धानन्द जी महाराज के सुपुत्र, आर्य समाज के यशस्वी चिन्तक तथा मनीषी निर्देशक श्री पं. इन्द्रजी विद्यावाचस्पति ने महर्षि दयानन्द की यह संक्षिप्त जीवनी 1927 ई. में लिखी थी। भाषा भाव में प्रांजलता तथा प्रभावोत्पादकता इन्द्रजी की लेखकीय कुशलता के प्राण तत्व थे। इन्द्रजी आर्य समाज की शिरोमणि संस्था सार्वदेशिक आर्य प्रतिनिधि सभा के प्रधान अधिकारी भी रहे।
