• ऐ ऋषि दयानन्द

    ऐ ऋषि दयानन्द तेरी युग युग तक अमर कहानी। हम भूल नहीं सकते हैं की तूने जो कुर्बानी। तू धर्म का था दीवाना सच्चाई का परवाना। तू झुका सत्य के आगे तेरे आगे झुका जमाना। सुन तेरी अद्भुत वाणी दुनिया हो गई दीवानी। कई तुझे मारने आए लेकिन न मारने ...

  • योगी आया था

    योगी आया था वेदों वाला किया उजियाला। दुनिया में सच्चे ज्ञान का, वो तो देवता था सारे जहान का।। आदि में थी दया अन्त में आनन्द था नाम भी कितना प्यारा था। स्वयं जहर पीया अमृत पिला गया कभी न हिम्मत हारा था। ईश्वर भक्तिकी ही शक्तिइतनी शक्ति रखती। जगती ...

  • धन्य है तुमको ए ऋषि

    धन्य है तुमको ए ऋषि, तूने हमें जगा दिया। सो सो के लुट रहे थे हम तूने हमें जगा दिया। अन्धों को आखें मिल गई मुर्दों में जान आ गई। जादू सा क्या चला दिया अमृत सा क्या पिला दिया। वाणी में क्या तासीर थी तेरे वचन में ऐ ऋषि। ...

  • सौ बार जन्म लेंगे

    सौ बार जन्म लेंगे सौ बार फना होंगे। एहसान दयानन्द के दिल से न जुदा होंगे। गुजरात की धरती पे सूरज की किरण फूली। अज्ञान अविद्या के दानव की कमर टूटी। पुरनूर हुआ भारत फिर अरबो समां होंगे। निराकार की पूजा को जीवन में उतारा था। पाषाण का अभिनन्दन कब ...

  • ओ देव दयानन्द

    ओ देव दयानन्द देख लिया तेरे कारण। जन-जन को हम सबको मिला है ये नवजीवन। तुझे है सौ - सौ वन्दन करें तेरा अभिनन्दन। हुआ अज्ञानता का दूर अन्धेरा। घर- घर ज्ञान के दीप जले तेरे कारण। झाड़ झंखाड़ तूने जड़ से उखाड़ा। बगिया में नए- नए फूल खिले तेरे ...

  • दुनिया वालों देव दयानन्द

    दुनिया वालों देव दयानन्द दीप जलाने आया था। भूल चुके थे राहें अपनी वह दिखलाने आया था। घोर अंधेरा जग में छाया, नज़र नहीं कुछ आता था। मानव मानव की ठोकर से जब ठुकराया जाता था। आर्य जाति सोई पडी थी घर घर जाके जगाता था। बंट गया सारा टुकड़े ...

  • लड़ने वाले हजारों को बेहाल कर गया

    लड़ने वाले हजारों को बेहाल कर गया। वो ऋषि था अकेला कमाल कर गया।। चाहता था लाना समय वो पुराना कि स्वर्ग बनाना ज़माना। पर अविद्या ने सब को आन धेरा था। सब दिशाओं में छाया घोर अन्धेरा था। बन गया शमा उजाला बेमिसाल कर गया।। वो ऋषि था। कहीं ...

  • महापुरूष जनम लेंगे

    महापुरूष जनम लेंगे सुना न जहाँ होगा। गुरुदेव दयानन्द सा दुनिया में कहाँ होगा। आकाश के आंगन में जब तक ये सितारे हैं। इन चाँद सितारों में जब तक ये नजारे है। तब तक ऐ ऋषि तेरा अफसाना बयां होगा। भूचाल भी आयेंगे आंधी अंधियारे भी। तूफान भी उहेंगे पतझड़ ...