स्वामी दयानन्द जी के प्रमुख कार्य
समर्थन
- एकेश्वरवाद की स्थापना
- त्रैतवाद (ईश्वर, जीव, प्रकृति) का पुनर्मण्डन
- वेदों का पुनरुद्धार
- संस्कृत वाङ्मय का प्रचार प्रसार
- हिन्दी भाषा में वेदों का भाष्य
- सत्यार्थ प्रकाश आदि अनेक ग्रन्थों की रचना
- आर्यसमाज की स्थापना
- सर्वशिक्षा का अभियान
- कन्या शिक्षा का आग्रह
- नारी सशक्तिकरण
- स्त्री व शूद्रों सहित सबको वेदाधिकार
- दलितोद्धार
- दलितों एवं स्त्रियों को उपनयन का अधिकार
- विधवा विवाह को समर्थन
- अंतर्जातीय विवाह
- स्वराज्य एवं स्वातन्त्र्य का प्रथम उद्घोष
- शास्त्रार्थों की परम्परा का पुनरुज्जीवन
- गुरुकुलों की स्थापना के आदेश
- भूत-प्रेतादि का मानसिक रोगों में समावेश
- 16 संस्कारों को फिर से महत्व प्रदान
- ब्राह्मणेतर विद्वानों को पौरोहित्य का अधिकार
- फलित ज्योतिष एवं हस्तरेखा का खण्डन
- सत्य एवं उपयोगी परम्पराओं का समर्थन
- मनुस्मृति के प्रक्षिप्त श्लोकों से असहमति
- आधुनिक यंत्रों के उपयोग का समर्थन
- स्वतंत्रता हेतु विदेश में समर्थन जुटाने हेतु श्यामजी कृष्ण वर्मा को इंग्लैड भेजा
- मुस्लिम एवं ईसाइयों के शुद्धिकरण की शुरुआत
- गुण-कर्म-स्वभाव आधारित वर्णव्यवस्था का समर्थन
- असंख्य क्रान्तिकारियों के प्रेरक
- समाजसुधारकों के प्रेरक
- विदेशी मत मतान्तरों का पुनरीक्षण
- धर्म में तर्क और विज्ञान की सोच
- हिंदी भाषा को समर्थन
- स्वदेशी आन्दोलनप्रथम हिन्दू अनाथालय की स्थापना[/fusion_li_item]
- गोरक्षा हेतु प्रथम गौशाला की स्थापना
विरोध
- अस्पृश्यता निर्मूलन
- जन्मना जातिवाद का खंडन
- नाना प्रकार के मत, पंथ, सम्प्रदाय का विरोध
- सती प्रथा का शास्त्रीय खंडन
- बालविवाह का कठोर विरोध
- बहुविवाह का कठोर विरोध
- विधवा विवाह का समर्थन
- दलितों एवं पिछड़ों को समान अधिकार
- मृतक श्राद्ध और ब्रह्म भोज का विरोध
- पशुबलि का विरोध
- पर्दा प्रथा का विरोध
- देवदासी प्रथा का विरोध
- वेश्यावृत्ति का विरोध
- शवों को दफ़नाने या नदी में बहाने का विरोध
- छोटे बच्चों के शवों को दफनाने का विरोध
- विदेश / समुद्र यात्रा के निषेध का खंडन
- गुरुडम एवं नकली सन्यासियों का पर्दाफाश
- जड़पूजा एवं व्यक्तिपूजा का निषेध
- पाश्चात्य स्वैराचार का विरोध