आर्य समाज जैसा आन्दोलन खड़ा करने के लिए सम्पूर्ण भारतवर्ष को और पूरी दुनिया में जहाँ कहीं भी सनातन हिन्दू धर्मावलम्बी वास करता है, उसे महर्षि दयानन्द के प्रति बार बार आभार व्यक्त करना चाहिए।