स्वामी दयानन्द एक ऐसे प्रकाश स्तम्भ हैं जिन्होंने असंख्य मनुष्यों को सत्य का मार्ग बतलाया है। उनके देश तथा देश की जनता पर किये गये उपकार सदैव अमर रहेंगे। महर्षि वर्त्तमान अन्धकार के युग के लिए ‘वैदिक सूर्य’ थे। मैं अपने को उनका अनुयायी कहलाने में गर्व अनुभव करता हूँ।