परमात्मा सब के मन में सत्य मत का ऐसा अंकुर डाले कि जिससे मिथ्यामत शीघ्र ही प्रलय को प्राप्त हों।
(सत्यार्थप्रकाश समुल्लास 10)
परमात्मा सब के मन में सत्य मत का ऐसा अंकुर डाले कि जिससे मिथ्यामत शीघ्र ही प्रलय को प्राप्त हों।
(सत्यार्थप्रकाश समुल्लास 10)